केरल की बाढ़ ने चारों-तरफ हाहाकर मचा रखा है। बाढ़ की चपेट में आकर करीब 37 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि कई लोग अब भी लापता है। शुरुआती आकलन के मुताबिक करीब 20 हजार मकान और राज्य की करीब 10 हजार किमी लंबी सड़कें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं।
8316 करोड़ के नुकसान का अंदाज लगाया जा रहा है। राहत-बचाव दल 24 घंटे काम में जुटे हैं, ताकि अंतिम व्यक्ति तक मदद पहुंचाई जा सके। इस बीच केंद्र सरकार लगातार केरल की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
मूसलाधार बारिश के बाद आई बाढ़ से केरल बेहाल है। करीब 60 हजार लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। हालांकि बारिश अब भी आफत बनकर केरल पर कहर बरपा रही है।
केरल के कुछ हिस्सों में दोबारा बारिश शुरू हो गई है, जिस कारण बाढ़ व भूस्खलन से प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य में परेशानी झेलनी पड़ रही है। हालांकि थोड़ी राहत की खबर यह रही कि इडुक्की और इडामलायर डैम का जलस्तर थोड़ा कम हो गया है।